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Jaipur IAS राजेंद्र विजय के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मिलने के मामले में FIR दर्ज

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जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर आय से अधिक संपत्ति केस में एसीबी ने बुधवार को कोटा के संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय के 4 ठिकानों पर सर्च की। कोटा के सरकारी आवास, जयपुर आवास और दौसा में छापे मारे गए। एसीबी को राजेंद्र के ठिकानाें पर 13 आवासीय-व्यावसायिक भूखंडों के दस्तावेज मिले हैं।इसमें जयपुर में टोंक रोड पर बना आलीशान घर व सी-स्कीम में लग्जरी कॉम्प्लेक्स शामिल है। इसके अलावा 2.22 लाख रुपए नकद, 335 ग्राम सोने व 11.80 किलो चांदी के आभूषण, 3 कारें आदि शामिल हैं। सर्च में 16 बैंक खाते भी मिले हैं, जिनमें काफी रकम होना बताया जा रहा है। एसीबी खातों का बैलेंस चेक कराएगी।

इधर, सर्च के दौरान ही सरकार ने 7 दिन पहले ही कोटा संभागीय आयुक्त पद पर लगाए गए राजेंद्र विजय को एपीओ कर दिया। उनकी जगह कलेक्टर को चार्ज दिया गया है। एसीबी डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि 4 माह पहले आईएएस द्वारा भ्रष्टाचार से कमाए पैसों से बड़े निवेश का इनपुट मिला था। एसीबी ने वेरिफाई किया था।मंगलवार को राजेंद्र विजय पर आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया और बुधवार सुबह करीब 6 बजे छापेमारी की। आधा दर्जन टीमों ने एक साथ जयपुर, कोटा व दौसा के चार ठिकानों पर दबिश दी।

मोबाइल जब्त, दौसा के दुब्बी गांव में पैतृक घर भी सील किया

राजेंद्र विजय मूलतः दौसा जिले के दुब्बी गांव के हैं। सर्च के दौरान एसीबी की टीम उनके गांव पहुंची। जहां कोई परिवार का सदस्य नहीं मिला। एसीबी ने उनका पैतृक घर सील कर दिया।
अब एसीबी दस्तावेज की जांच करवाकर वैल्यू करवाएगी। बैंक खातों की जांच करेगी। इसके बाद राजेंद्र विजय से विस्तृत पूछताछ करेगी।
एसीबी ने सर्च के दौरान राजेंद्र से पूछताछ की और उनका मोबाइल जब्त कर लिया।
पत्नी के नाम बड़े निवेश का इनपुट, उन्हीं के नाम पर कारोबार

आईएएस अभी कोटा सर्किट हाउस में ठहरे थे। सरकारी आवास में अभी शिफ्ट नहीं हुए थे। सर्किट हाउस में करीब 9 घंटे कार्रवाई चली।
जांच में सामने आया कि राजेंद्र का पत्नी राधना के नाम बड़ा निवेश है। पत्नी के नाम रजिस्टर्ड फर्म से ट्रेडिंग व कपड़ा कारोबार है।


बेटा संकल्प एक एनजीओ चलाता है।
सर्च के दौरान एसीबी ने गोल्ड की जांच के लिए मशीन लेकर ज्वैलर को बुलाया था।

राजेंद्र इससे पहले हाड़ौती के बारां के कलेक्टर भी रह चुके हैं। कोटा आने से पूर्व आरयूआईडीपी में प्रोजेक्ट डायरेक्टर थे।

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