नागपुर,3 अक्टूबर . कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने वीर सावरकर को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि सावरकर एक ब्राह्मण थे, फिर भी मांसाहारी थे. वो बीफ खाते थे. राव की बयान पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राव को सावरकर के बारे कुछ भी पता नहीं है.
फडणवीस ने कहा, “वे सावरकर के बारे में कुछ नहीं जानते. वे बार-बार सावरकर जी का अपमान करते रहते हैं. सावरकर जी ने गाय के बारे में अपने विचार बहुत अच्छे तरीके से व्यक्त किए हैं. उन्होंने कहा है कि गाय जन्म से लेकर मृत्यु तक किसान की मदद करती है, इसलिए हमने गाय को माता का दर्जा दिया है. मुझे लगता है कि ये लोग सावरकर जी पर गलत बयान देकर राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई बात को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं.”
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव के इस बयान को लेकर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सावरकर को बार-बार बदनाम करना कांग्रेस की रणनीति है, खासकर तब जब चुनाव नजदीक आ रहे हों. सावरकर का गोमांस खाने और गोहत्या का समर्थन करने वाला बयान गलत है. मैं उनके खिलाफ मानहानि का केस करूंगा.
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने ऐसा दावा किया है, जिससे देश की राजनीति में बवाल मच गया है. गुंडू राव ने कहा है कि वीर सावरकर ब्राह्मण थे, लेकिन गोमांस खाते थे. उन्होंने कभी गोहत्या का विरोध नहीं किया. इस विषय पर वे काफी आधुनिक थे. एक तरफ उनकी सोच उग्र थी, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने आधुनिकता को भी अपनाया.
उन्होंने कहा कि कुछ लोग सावरकर के बारे में यह भी कहते हैं कि वे खुलेआम मांस खाते थे और इसे बढ़ावा भी देते थे. इस दौरान मंत्री दिनेश गुंडू राव ने महात्मा गांधी और अली जिन्ना का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि गांधी हिंदू सांस्कृतिक रूढ़िवाद में गहरी आस्था रखने वाले कट्टर शाकाहारी थे. वे अपने दृष्टिकोण में लोकतांत्रिक व्यक्ति थे.
–
आरके/
The post first appeared on .
You may also like
कैबिनेट : 7 सालों में तिलहन उत्पादन में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की योजना को मंजूरी
असम में बाल विवाह रोकथाम पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर का बड़ा बयान, कहा- बाबर की जगह इन दो खिलाड़ियों को बनना चाहिए कप्तान
गैरी कस्टर्न की रिपोर्ट ने बाबर आजम को पाकिस्तान टीम की कप्तानी छोड़ने पर मजबूर किया, पढ़ें बड़ी खबर