दौसा न्यूज़ डेस्क, बसवा में कृष्ण क्लब के तत्वाधान में चल रही रामलीला में 8वें दिन सोमवार रात सीता हरण की लीला हुई। रावण के दरबार में विजय भारद्वाज द्वारा मयूर नृत्य देखने हजारों की भीड़ उमड़ी।
रामलीला में रावण की बहन सूपनखा श्रीराम, लक्ष्मण को देखकर मोहित हो जाती है और श्रीराम के समक्ष विवाह प्रस्ताव रखती है। जिसे श्रीराम ठुकरा देते है। लक्ष्मण ने श्रीराम के इशारे पर सूपनखा की नाक कान काट डाले। नाक कटने पर सूपनखा खर दूषण त्रिशरा के पास जाकर सारा वृतांत सुनाती है। ये सब सुनकर खर दूषण त्रिशरा युद्ध के लिए चलते है। भगवान श्रीराम राक्षसों के समूह को देखकर सीताजी से कहते है कि हे सीता राक्षसों का वध करने के लिये आप अग्नि में समा जाओ और मेरे साथ आपका प्रतिबिम्ब रहेगा मै अब नर लीला करूंगा।
उसके बाद खर दूषण त्रिशरा का वध हुआ। सूपनखा बिलखती रावण के पास पहुँची और सारा वृत्तांत सुनाया। रावण ने सोचा खर दूषण मेरे समान बलवान थे जरूर भगवान का अवतार हो गया। इसलिए सीता हरण कर अपने राक्षस समाज का उद्धार करवाऊंगा। मारीच को सोने का मृग बनाकर स्वयं साधु का वेश धारण कर सीता का हरण किया। रावण जटायु युद्ध होता है। रावण अशोक वाटिका में सीता को ले जाता है। राम विलाप एवं जटायु उद्धार किया गया।
You may also like
Gold-Silver Price Today: दशहरे से पहले सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट, जानिए आज के भाव
Champions Trophy 2025: पीसीबी अध्यक्ष बड़ा बयान, चैंपियंस ट्रॉफी खेलने पाकिस्तान आएगी भारतीरय टीम
शूटिंग के सेट पर घायल हुए बॉलीवुड एक्टर इमरान हाशमी, गर्दन में लगी चोट
पारिवारिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पीढ़ीगत अंतर को पाटना बहुत महत्वपूर्ण