जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर नगर निगम की कार्यशैली से परेशान एक व्यापारी ने बुधवार को सुसाइड कर लिया। व्यापारी ने मंडोर उद्यान में बनी नागादड़ी में कूदकर अपनी जान दी। सुसाइड से पहले एक नोट भी लिखा, जिसमें- नगर निगम के 24 साल चक्कर लगाने के बाद भी उसके दो प्लॉट के पट्टे नहीं मिलने से आहत होने की बात लिखी है। मंडोर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बाहर निकाला।
मंडोर थाने को एसआई दौलाराम ने बताया- सोजती गेट निवासी दिनेश कलवानी (50) पुत्र जगदीश सिंधी ने बुधवार दोपहर को नागादड़ी में कूदकर सुसाइड कर लिया। वह सोजती गेट में अपनी दुकान से बुधवार दोपहर तीन बजे निकला था। काफी देर तक नहीं लौटने पर उसकी तलाश शुरू की गई। इस दौरान नागादड़ी में शव होने की सूचना पुलिस को मिली थी। शव को महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया, जहां आज पोस्टमार्टम कराया जाएगा। परिजनों ने बताया कि मृतक अविवाहित था। उसके घर में बुआ और चाचा है। वह दोनों भी अविवाहित है।
निगम से नहीं मिल रहे थे दो भूखण्डों के पट्टे
घटना स्थल पर पुलिस को मृतक के कपड़े और जूते मिले। एक जूते में कागज पर लिखा सुसाइड नोट भी था। उसने निगम की कार्यशैली पर नाराजगी जताई। सुसाइड नोट की माने तो मृतक के पास देवनगर क्षेत्र में दो भूखण्ड हैं लेकिन इनके पट्टे नहीं मिल रहे हैं। इन भूखण्डों के पट्टे बनवाने के लिए वह नगर निगम ऑफिस के चक्कर लगा रहा था। सुसाइड नोट में आरोप लगाया गया कि वह 24 साल से पट्टों के लिए निगम के चक्कर लगा रहा था, लेकिन पट्टे बने। जिसकी वजह से आत्महत्या की।