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करेले की खेती का सही तरीका, जानें किन बातों का ख्याल रखकर किसान बढ़ा सकते हैं अपनी आय

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आय बढ़ाने के लिए किसान मुख्य फसलों के साथ ही सब्जियों की भी खेती करते हैं. सरकार की तरफ से भी किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित किया जाता है. सरकार द्वारा किसानों को सब्जियों की खेती के लिए अनुदान भी दिया जाता है.सब्जियां कम समय में तैयार हो जाती है. जिसके कारण इसे बेचकर किसान ज्यादा मुनाफ़ा कमा सकते हैं. इसके अलावा सरसों, चना, गेहूं जैसी फसलें लंबी अवधि में तैयार होती है. करेला (Bitter Gourd Farming) भी एक ऐसी सब्जी है, जिसे लगाने के बाद कम समय में ये तैयार हो जाती है और बाजार में इसके दाम भी अच्छे मिलते हैं. औषधीय गुणों वाले होते हैं करेलेकरेले के औषधीय गुणों के कारण इसकी मांग ज्यादा रहती है. शुगर के मरीजों के लिए इन्हें वरदान माना जाता है. शुगर के मरीजों को डॉक्टर्स भी करेले की सब्जी और ज्यूस पीने की सलाह देते हैं. करेले में कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं. करेलों में विटामिन ए, बी ओर सी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं.इसमें बीटाकैरोटीन, आइरन, कैरोटीन, लूटीन, जिंक, पोटैशियम, मैग्नीशियम, मैगनीज जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं.करेले की खेती के लिए इन बातों का रखें ख्याल· करेले की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी बेहतर मानी जाती है.· इसके लिए 20 डिग्री सेंटीग्रेड लेकर से 40 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच का तापमान होना चाहिए.· बुवाई के लिए उन्नत किस्म का चयन करें. इन किस्मों में अर्का, कल्यानपुर बारहमासी, हिसार सिलेक्शन, पूसा विशेष, पूसा दो मौसमी, एस डी यू- 1, सोलन हरा और सोलन सफ़ेद और पूसा शंकर-1 आदि.· वैसे तो पूरे सालभर इसकी खेती की जाती है. लेकिन इनकी फसल को तीन भागों में विभाजित किया जाता है.· करेले को सीधे बीजों द्वारा खेतों इमं बोया जा सकता है. इसके अलावा पौधों को नर्सरी में भी तैयार किया जा सकता है.· इस फसल की पाटा लगाकर जुताई करनी चाहिए.· इस फसल को सहारा देना होता है. जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाता है तब उसे लोहे की छड या बांस की लकड़ी से सहारा दिया जाता है.· इस फसल को ज्यादा सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती. लेकिन खेती में नमी को बनाए रखना जरूरी है. इसके लिए खेतों में हलकी सिंचाई की जानी चाहिए. खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए.· फसल की बुवाई के 60 या 70 दिन में ही फसल तैयार हो जाती है. करेले जब तुड़ाई करनी होती है तब फल मुलायम होने चाहिए.· करेले की फसल से प्रति एकड़ करीब 30 हजार रुपये तक की लागत आती है. एक एकड़ जमीन से करीब 50 से 60 क्विंटल फसल प्राप्त की जा सकती है. यानी एक केवल एक एकड़ खेती से 2 से 3 लाख रुपये की कमाई की जा सकती है.
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