चंडीगढ़, 9 अक्टूबर . हरियाणा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के हार के बाद वहां से अंतर्कलह की बात सामने आ रही है. नजदीकी वोटों से हारे कांग्रेस उम्मीदवार शमशेर सिंह गोगी ने बुधवार को पार्टी की हार को लेकर से खास बातचीत की.
हरियाणा के असंध विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे शमशेर सिंह गोगो ने को बताया कि कांग्रेस की हार का एक महत्वपूर्ण कारण पार्टी के अंदर चल रहा अंतर्विरोध था. इसके अलावा ध्रुवीकरण भी हार की वजह बनी. मेरे खिलाफ खुलकर ऐसे-ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया, जो मुझे बोलने में शर्म आती है. लोगों ने भाजपा को वोट दिया तो वो जीत गए. कांग्रेस प्रत्याशी ने बिना नाम लिए कहा कि जो पार्टी चला रहे हैं, उन्होंने ही पार्टी का सत्यानाश किया.
दरअसल, हरियाणा के असंध विधानसभा सीट से शमशेर सिंह गोगो कांग्रेस के मजबूत प्रत्याशी माने जा रहे थे. लेकिन उनको इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के योगेंद्र सिंह राणा से 2,306 वोटों के नजदीकी अंतर से हार का सामना करना पड़ा. वहीं, बसपा-इनेलो गठबंधन के गोपाल राणा तीसरे नंबर पर रहे. भाजपा के योगेंद्र सिंह राणा को 54,761 वोट मिले, जबकि शमशेर सिंह गोगी को 52,455 वोट प्राप्त हुए.
इससे पहले से बात करते हुए अंबाला कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी परविंदर सिंह परी ने कहा था कि कांग्रेस को जनता चाहती थी. हम लोग सोच रहे थे कि इस चुनाव में हम 65 से 70 सीट जीतेंगे, लेकिन, हम 37 सीट पर रह गए हैं. कांग्रेस की हार में कुमारी शैलजा को दरकिनार करना भी एक कारण है. चुनाव से पहले मनमर्जी तरीके से टिकट बांटे गए. अगर सलाह करके सही उम्मीदवारों को टिकट दिया जाता तो आज कांग्रेस की यह हालत नहीं होती.
परविंदर सिंह परी ने कहा कि उनके साथ भी साजिश हुई, जिस सीट से वह चुनाव लड़ रहे थे. यहां से हुड्डा परिवार ने निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा को सपोर्ट किया. हुड्डा परिवार ने मुझे समर्थन नहीं दिया.
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एससीएच/एबीएम
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