जम्मू, 26 सितंबर . राज्यसभा सांसद एवं दिग्गज कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने गुरुवार को से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार होती और उस समय ऐसी चीजें सामने आतीं कि प्रसाद में मछली के तेल और पशु की चर्बी से बने घी का इस्तेमाल हुआ है, तो भारतीय जनता पार्टी ने कितना हंगामा किया होता? लेकिन अब भाजपा नेताओं के मुंह में दही जम गया है, कोई बयान नहीं दे रहा है. उनको न तो सनातन धर्म, न भगवान और न ही हिंदू धर्म नजर आ रहा है.
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि इस मुद्दे को लेकर साधु-संत सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन, भारतीय जनता पार्टी के लोग तिरुपति पर बात ही नहीं कर रहे हैं. पहले जिस जगन रेड्डी की सरकार पर आरोप था, भाजपा उसका भी समर्थन लेकर सरकार चला रही थी. अब चंद्रबाबू नायडू की सरकार पर आरोप है, भाजपा ने उनसे भी समर्थन लिया हुआ है. ऐसे में भाजपा के लोग सिर्फ अपनी सरकार चलाने में लगे हुए हैं और इसलिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं और चुप बैठे हुए हैं.
उन्होंने आगे कहा कि अगर केंद्र सरकार हिंदू समर्थक या सनातन समर्थक रहती तो ये इस मामले में जांच बैठाकर दोषियों को दंडित करती. ऐसे में भाजपा के लोगों की न तो हिंदू धर्म, न सनातन और न तिरुपति में आस्था है. अब जगन्नाथपुरी में भी प्रसाद को लेकर मिलावट की बात सामने आ रही है. वहां भी भाजपा की सरकार है. भाजपा सिर्फ वोट के लिए लोगों को गुमराह करती है, धर्म-भक्ति का दिखावा करती है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बहुत सख्त शब्दों में कहा है कि यह बहुत ही गंभीर मामला है, इस पर कार्रवाई होनी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि हाल ही में आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में पशु की चर्बी से बने घी के इस्तेमाल का मामला प्रकाश में आया था, जिसको लेकर सियासत गरमाई हुई है. आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन रक्षक बोर्ड’ बनाने की मांग उठाई थी.
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एससीएच/एकेजे
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