US Study Tips For Indians: अमेरिका पढ़ने जाने वाले छात्र उत्साह और उम्मीद से भरे हुए होते हैं। मगर उन्हें जल्द ही पता चल जाता है कि उनका अकेडमिक सफर तो बस शुरुआत होती है। बहुत से लोगों को लगता है कि पढ़ाई पूरी करना ही सबसे बड़ी चुनौती है, जिसे पार पाने पर वह अमेरिका में सफल हो सकते हैं। लेकिन असल चुनौती तो उनका इंतजार कर रही है। इसमें वर्क वीजा हासिल करना और पढ़ाई खत्म करने के बाद ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (OPT) पाना शामिल है। इंडियन-अमेरिकन पॉडकास्टर और वीजा एक्सपर्ट राहुल मेनन ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए इस बात पर जोर दिया कि भारतीय छात्रों को अमेरिका आने से पहले यहां के इमिग्रेशन सिस्टम को अच्छे तरीके से समझ लेना चाहिए। वह कहते हैं, "कई लोगों को अमेरिकी इमिग्रेशन सिस्टम की जटिलता का एहसास नहीं है. मैंने इस चीज को शुरुआत में काफी ज्यादा झेला है और अब मुझे लगता है कि काश मैं यहां आने से पहले इसके बारे में ज्यादा जान रहा होता।" अमेरिका में पढ़ाई के बाद नौकरी सबसे बड़ी चुनौतीराहुल मेनन बताया कि भारतीय छात्रों को एक बड़ी चुनौती का भी सामना करना पड़ता है, जो पढ़ाई के बाद नौकरी से जुड़ी हुई है। अमेरिका में एफ-1 वीजा पर पढ़ाई के लिए आने वाले विदेशी छात्रों को कोर्स पूरा करने के बाद तीन साल तक काम करने दिया जाता है। इसमें पहला साल ऑप्शन प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (OPT) के तौर पर मिलता है। अगर किसी ने STEM (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग या मैथ्स) की पढ़ाई की है तो उसे दो साल का एक्सटेंशन भी मिल जाता है। यूएस पढ़ने जाने से जुड़ी जरूरी बातेंअमेरिका में पढ़ाई पूरी करने के बाद OPT के जरिए नौकरी करने वाले छात्रों को एक बड़ी बात का ख्याल रखना चाहिए। राहुल कहते हैं कि OPT के दौरान छात्रों को एच-1बी वीजा हासिल कर लेना चाहिए, जो उन्हें अमेरिका में काम करने की अनुमति देगा। वह वीजा सिस्टम में खामियों को भी बताते हैं। वीजा एक्सपर्ट ने बताया, "वैसे तो वीजा को एजुकेशनल मेरिट और वर्क एक्सपीरियंस के आधार पर दिया जाना चाहिए। इसके बजाय इमिग्रेशन सिस्टम सलाना होने वाली लॉटरी पर निर्भर रहता है। लॉटरी के तहत 85,000 लोगों को उनके टैलेंट और स्किलसेट के बजाय लक पर वीजा दिया जाता है।" राहुल ने कहा, "घर की याद आना और अकेलापन भी भारतीय छात्रों को यहां पहुंचते ही महसूस होने लगता है। जिन लोगों को छात्र यूनिवर्सिटी में अपना दोस्त बनाते हैं, वे ही उनके नए परिवार होते हैं। पैसा खर्च करने से रिसर्च करें। फोन प्लान, हेल्थ इंश्योरेंस या लोन लेते समय हमेशा सबसे किफायती प्लान को ही चुनें।" राहुल मेनन में अमेरिका पढ़ने जाने वाले हर भारतीय छात्र को सलाह देते हैं कि उन्हें अपने इंटरनेशनल स्टूडेंट ऑफिस और डेजिगनेटेड स्कूल ऑफिशियल (DSO) का पूरा फायदा उठाना चाहिए। उनका बहुत ही कम इस्तेमाल किया जाता है, जबकि वे छात्रों को अमेरिका में इमिग्रेशन के दौरान काफी ज्यादा मदद करते हैं। उन्होंने बताया, "ग्रीन कार्ड के लिए इंतजार काफी ज्यादा लंबा होता है। कई बार दशकों तक इंतजार करना पड़ता है। अगर किसी तो स्थायी रूप से बसना है और वो भी जल्दी तो उन्हें अमेरिका के बजाय दूसरे देशों के बारे में सोचना चाहिए।" OPT का सही इस्तेमाल जरूरीवीजा एक्सपर्ट ने बताया, "अगर किसी को अमेरिका में लंबे समय तक रहना है तो वह स्टूडेंट वीजा पर रहते हुए अपनी कंपनी शुरू कर सकता है और वहां OPT पीरियड के दौरान काम कर सकता है।" वह कहते हैं कि OPT का सही इस्तेमाल जरूरी है, क्योंकि इसके जरिए ही आपको वर्क वीजा मिलने वाला है। वर्क वीजा मिलने का मतलब है कि आप कम से कम तीन साल तक अमेरिका में काम करेंगे, इसलिए OPT का जितना ज्यादा हो सके उतना अच्छे से इस्तेमाल करना चाहिए।
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