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यति नरसिंहानंद क्या हिरासत में हैं? गाजियाबाद पुलिस ने कर दिया खुलासा, सामने आ गया बड़ा सच

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गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियबाद स्थित डासना मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद गिरि को लेकर पुलिस की ओर से बड़ा दावा सामने आया है। पुलिस की ओर से साफ किया गया है कि डासना मंदिर के मुख्य पुजारी अभी हिरासत में नहीं हैं। यति नरसिंहानंद अभी आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में विवादों में घिरे हैं। डासना मंदिर के मुख्य पुजारी को लेकर रविवार को समर्थकों की ओर से आरोप लगाया गया कि उन्हें हिरासत में रखा गया है।गाजियाबाद पुलिस ने यति नरसिंहानंद समर्थकों के दावे का खंडन किया है। डीसीपी ग्रामीण एनके तिवारी ने कहा कि नरसिंहानंद को न तो गिरफ्तार किया गया है। उन्हें न ही हिरासत में लिया गया है। उन्होंने साफ किया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसके बाद कानून के अनुसार कार्रवाई शुरू की जाएगी। डासना मंदिर में हुई बैठकयति नरसिंहानंद के विवादित बयान के बाद गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में कई हिंदू संगठनों के नेताओं की बैठक हुई। शिवशक्ति धाम डासना की बैठक के दौरान यति नरसिंहानंद की सुरक्षा पर चिंता जताई गई। यति नरसिंहानंद गिरी को अवैध हिरासत में रखने का पुलिस पर आरोप लगाया गया। बैठक में किसान नेता सहदेव त्यागी, अनिल चौधरी, अक्षय त्यागी ने आरोप लगाया कि उपद्रवी तत्वों की ओर से महामंडलेश्वर की हत्या की कोशिश की जा सकती है। प्रदर्शन की तैयारीआचार्य महामंडलेश्वर सच्चिदानंद महाराज, ओम भारती, नरीशानंद समेत सैकड़ों यति नरसिंहानंद समर्थक बैठक में मौजूद रहे। संतों की ओर से उनके खिलाफ बनाए जा रहे माहौल के विरोध में आज सुबह 11 बजे पुलिस लाइन स्थित कमिश्नर के ऑफिस पहुंचने की अपील की गई। संतों की ओर से कमिश्नर दफ्तर में मंदिर पर हमला करने वालों के खिलाफ डीएम को ज्ञापन दिए जाने की तैयारी थी। अवैध हिरासत पर चिंतायति नरसिंहानंद सरस्वती फाउंडेशन की महासचिव उदिता त्यागी का कहना है कि यति नरसिंहानंद गिरि की अवैध हिरासत पर हिंदू संगठनों ने चिंता जाहिर की। किसान नेता सहदेव त्यागी ने दावा किया कि यति नरसिंहानंद गिरि को वेव सिटी पुलिस ने दबाव में डासना मंदिर से हटाया है। उनको बम्हेटा गांव में उनके शिष्य राजेश पहलवान के घर ले जाया गया है। पुलिस उन्हें पुलिस लाइन में ले गई और दो दिनों तक अवैध रूप से रखा। हालांकि, अब वे वहां नहीं हैं।किसान नेता सहदेव त्यागी का कहना है कि यति नरसिंहानंद गिरि को अदालत में पेश नहीं किया गया है। अगर उनके साथ कुछ भी गलत होता है, तो इसके लिए पुलिस जिम्मेदार होगी। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय में पुलिस आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा जा रहा है। पुलिस का आया बड़ा बयानगाजियाबाद पुलिस का बड़ा बयान सामने आया है। पुलिस का कहना है कि यति नरसिंहानंद के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। डीसीपी ग्रामीण एनके तिवारी ने कहा कि यति नरसिंहानंद के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। 3 अक्टूबर को सब-इंस्पेक्टर त्रिवेंद्र सिंह ने यति नरसिंहानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। इसमें कहा गया था कि 19 सितंबर को उन्होंने लोहिया नागा स्थित हिंदी भवन में एक कार्यक्रम के दौरान समुदाय विशेष के खिलाफ विवादित बयान दिया था।वेव सिटी थाने के डासना क्षेत्र के एसआई और क्षेत्र बीट प्रभारी भानु प्रकाश सिंह ने एक और प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें पुजारी के शिष्यों डासना मंदिर के अनिल यादव छोटा नरसिंहानंद, यति रण सिंहानंद, यति राम स्वरूपानंद और यति निर्भयानंद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है। वेव सिटी थाने में उन पर बीएनएस की धारा 302 (आपराधिक धमकी) और 351 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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