लेकिन क्या आप गाजियाबाद की थोड़ी बहुत हिस्ट्री के बारे में जानते हैं? ऐसा कहा जाता है कि यहां मुगल बादशाह अहमदशाह का शासन हुआ करता था। उनके वजीर ने ही इस शहर की स्थापना की थी। इसलिए इस शहर का नाम गाजियाबाद रखा गया। ये सब सुनने के बाद आपकी इतिहास में दिलचस्पी बढ़ी होगी, तो चलिए पहले जानते हैं इस सिटी के बारे में, फिर आपको बताएंगे आज के समय में यहां क्या-क्या फेमस हुआ है। (Representative photo credit:lexica.art)
कभी इस नाम से फेमस था गाजियाबाद
गाजियाबाद की स्थापना 300 साल पहले 1740 में हुई थी। उस वक्त यहां मुगल बादशाह अहमदशाह का शासन था। उस दौरान बादशाह के वजीर थे गाजीउद्दीन। उन्होंने ही इस शहर की स्थापना की थी, इसलिए इस शहर का नाम गाजी-उद-दीन से लिया गया था। उन्होंने इस शहर का नाम पहले गाजीउद्दीन नगर रखा और बाद में इसका नाम छोटा करके गाजियाबाद रख दिया गया।
2500 ई.पू पुराना है इतिहास
गाजियाबाद में स्थित हिंडन नदी के पास हुई एक रिसर्च से मिले सबूत बताते हैं कि गाजियाबाद शहर 2500 ई.पूर्व का है। गाजियाबाद के ईस्ट बॉर्डर पर कोट नाम का गांव है। बताया जाता है कि इसे समुद्रगुप्त का सहयोग प्राप्त था। चौथी सदी में समुद्रगुप्त और कोट कुलजम के बीच भयंकर युद्ध हुआ। किले पर जीत हासिल करने के बाद समुद्रगुप्त ने कोट गांव में ही अश्वमेध यज्ञ किया था। यहीं से गाजियाबाद की नींव पड़ी थी और ये शहर अस्तित्व में आया। (photo credit:wikimedia commons)
मेरठ का हिस्सा हुआ करता था गाजियाबाद
बहुत कम लोग जानते हैं कि गाजियाबाद कभी मेरठ का हिस्सा हुआ करता था। लेकिन 14 नवंबर 1976 को तत्कालीन मुख्मंत्री एनडी तिवारी ने गाजियाबाद को मेरठ से अलग कर इसे जिला घोषित कर दिया, वो भी इसका नाम बदले बिना। (photo credit: wikimedia commons)
मुगल शासन की याद दिलाता है शहर
गाजियाबाद में एंट्री करते ही आपको मुगल शासन की झलक दिखाई देगी। यहां डासना गेट, दिल्ली गेट, जवाहर गेट और सिहरी गेट से गुजरते ही मुगल काल की याद आ जाती है। शहर के बीचों बीच गाजीउद्दीन की बहुत पुरानी हवेली भी है, जो आज जर्जर हालत में है, लेकिन बाहर से आप इसे देख सकते हैं। (photo credit:wikimedia commons)
गाजियाबाद में आज क्या है घूमने लायक
गाजियाबाद में घूमने के लिए कई आकर्षण और मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां पर आप इस्कॉन मंदिर, शिप्रा मॉल, डिज्नी लैंड वॉटर, सिटी फॉरेस्ट और लक्ष्मी नारायण मंदिर देख सकते हैं। फेस्टिवल्स के दौरान यहां सबसे ज्यादा रौनक रहती है। यहां कई बड़े-बड़े मैदान हैं, जिनमें नवरात्रि के समय मेले लगते हैं। गाजियाबाद में कई मॉल्स भी हैं, जहां हर वीकेंड लोगों की भीड़ रहती है।
कैसे पहुंचें गाजियाबाद
फ्लाइट से: गाजियाबाद का अपना कोई एयरपोर्ट नहीं है। इसलिए आप दिल्ली एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट ले सकते हैं। दिल्ली एयरपोर्ट से गाजियाबाद की दूरी 45 किमी है। ट्रेन से: आप अपने शहर से गाजियाबाद के लिए ट्रेन ले सकते हैं। यह सस्ता और अच्छा विकल्प है। सड़क मार्ग से: अगर आप सड़क मार्ग के जरिए गाजियाबाद जाना चाहते हैं, तो यह शहर मेट्रो शहर से अच्छी तरह से कनेक्ट है। दिल्ली से गाजियाबाद की दूरी 22 किमी है। कुल आधे घंटे में आप दिल्ली से गाजियाबाद तक की यात्रा तय कर सकते हैं।(photo credit:ghaziabad.nic.in)
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