जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों के चुनावी नतीजे सामने आ गए हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस और के गठबंधन ने 48 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। इस गठबंधन में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटें और कांग्रेस ने 6 सीटें प्राप्त की हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 29 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को सिर्फ 3 सीटें मिली हैं।
बीजेपी ने जम्मू क्षेत्र में सभी 29 सीटें जीत ली हैं, लेकिन कश्मीर घाटी में उसे एक भी सीट नहीं मिली। 2014 के विधानसभा चुनाव में भी ने जम्मू में अपनी सभी 25 सीटें जीती थीं, जबकि कश्मीर में उसका खाता भी नहीं खुला था।
इस बार, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाजपा को 25.64 प्रतिशत वोट शेयर मिला, जो सबसे अधिक है। इसके बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएन) को 23.43 प्रतिशत वोट मिले। 2014 में भी भाजपा को 22.98 प्रतिशत वोट शेयर मिला था, जबकि जेकेएन को 20.77 प्रतिशत और पीडीपी को 22.67 प्रतिशत वोट मिले थे।
भाजपा को जम्मू-कश्मीर में अपना पहला मुख्यमंत्री बनने के लिए अकेले जम्मू में 30 से 35 सीटें जीतने की आवश्यकता थी, साथ ही घाटी में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी।
2014 में हुए विधानसभा चुनावों में 87 सीटों में से पीडीपी को 28, भाजपा को 25, नेशनल कॉन्फ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली थीं। उस समय और पीडीपी ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 19 जून 2018 को यह गठबंधन टूट गया और राज्य में राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया। वर्तमान में वहां राष्ट्रपति शासन चल रहा है।
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