गॉसिप न्यूज़ डेस्क - बॉलीवुड अभिनेत्री और मंडी से सांसद कंगना रनौत आए दिन अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं। हाल ही में उन्होंने सुझाव दिया था कि किसानों के विरोध के बाद वापस लिए गए तीनों कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए। अभिनेत्री के इस बयान के बाद भाजपा ने उनके बयान की कड़ी आलोचना की थी और उन्हें चेतावनी दी थी। अब इस पर कंगना रनौत की प्रतिक्रिया सामने आई है। अभिनेत्री ने माना कि उन्होंने जो बयान दिया वह उनकी निजी राय है। इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।
क्या थी कंगना की टिप्पणी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंगना रनौत ने पिछले मंगलवार को एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें लगता है कि देश में वापस लिए गए कृषि कानून को वापस लाया जाना चाहिए। अभिनेत्री ने कहा, 'मुझे पता है कि मेरे इस बयान से विवाद खड़ा हो सकता है लेकिन मुझे लगता है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए। किसानों को खुद इस कानून की मांग करनी चाहिए।' यह बयान देते हुए कंगना ने तर्क दिया था कि तीनों कृषि कानून किसानों के लिए फायदेमंद थे, लेकिन कुछ राज्यों में किसान समूहों के विरोध को देखते हुए केंद्र ने इन्हें निरस्त कर दिया।
Absolutely, my views on Farmers Laws are personal and they don’t represent party’s stand on those Bills. Thanks. https://t.co/U4byptLYuc
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 24, 2024
कंगना ने आगे कहा, 'किसान इस देश के विकास की ताकत के स्तंभ हैं। मैं अपील करना चाहती हूं कि किसान अपने भले के लिए कानूनों को रद्द करने की मांग करें।' अभिनेत्री का यह बयान आते ही विवाद का कारण बन गया। मंडी सांसद के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और उनकी कड़ी आलोचना की।
भाजपा ने की निंदा
कंगना रनौत के इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि मंडी से लोकसभा सांसद द्वारा तीनों कृषि कानूनों पर दी गई टिप्पणी उनका निजी बयान है। यह कृषि बिलों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। हम उनके बयान की निंदा करते हैं। अब भाजपा प्रवक्ता की तीखी प्रतिक्रिया के बाद कंगना रनौत ने अपने बयान पर सफाई दी है। अभिनेत्री ने ट्वीट कर कहा कि ये उनके निजी विचार हैं। उनकी निजी टिप्पणी का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब अभिनेत्री को अपनी टिप्पणियों के कारण भाजपा की आलोचना का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले भी उन्होंने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि किसान आंदोलन के दौरान दुष्कर्म हुए हैं। उस दौरान भाजपा ने कंगना रनौत को सख्त हिदायत भी दी थी।