ऑटो न्यूज़ डेस्क - इन दिनों ओला बुरे दौर से गुजर रही है। सोशल मीडिया पर कुणाल कामरा से उलझने के बाद लोगों ने भाविश अग्रवाल को ट्रोल किया। इन सबका असर कंपनी के शेयरों पर भी देखने को मिला और वे बुरी तरह टूट गए। इसके बाद 7 अक्टूबर की रात को कंपनी ने सिक्योरिटी एक्सचेंज को बताया कि उसे केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) से कारण बताओ नोटिस मिला है। अब खबर है कि सड़क परिवहन मंत्रालय भी ओला की जांच कर सकता है, जिसके लिए जल्द ही दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं।
सरकार से मिला नोटिस
ओला इलेक्ट्रिक के ईवी स्कूटर को लेकर ग्राहक लगातार सोशल मीडिया पर असंतोष जाहिर कर रहे हैं। ईवी स्कूटर की गुणवत्ता और सर्विस में समस्याओं को लेकर सरकार की ओर से कंपनी को नोटिस दिया गया है। दोपहिया ईवी कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि उसे केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) से कारण बताओ नोटिस मिला है।
कंपनी ने कहा, "CCPA ने उन्हें कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है। कंपनी दिए गए समय के भीतर सहायक दस्तावेजों के साथ जवाब देगी।" कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि ऐसा प्रतीत होता है कि ओला इलेक्ट्रिक ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के कई प्रावधानों का उल्लंघन किया है। प्राधिकरण ने विनिर्माण संबंधी दोष, बुकिंग रद्द करने पर रिफंड न देना, सर्विसिंग के बाद भी खराबी, बैटरी में कई तरह की समस्याएं, ओवरचार्जिंग जैसी शिकायतों को गंभीरता से लिया है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन को पिछले साल सितंबर से ओला इलेक्ट्रिक से संबंधित करीब 10,644 शिकायतें मिली हैं। उपभोक्ता मामलों के विभाग की सचिव निधि खरे ने कहा कि सीसीपीए ओला इलेक्ट्रिक के बारे में बड़ी संख्या में शिकायतों पर गौर कर रही है, जो मुख्य रूप से सेवा अक्षमताओं से संबंधित हैं। आगे उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कंपनी ग्राहकों को होने वाली समस्या का जल्द ही समाधान करेगी।
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