जयपुर, 8 अक्टूबर . कला प्रेमी एक बार फिर लोक संस्कृति के रंग में रंगने को तैयार रहें. जवाहर कला केन्द्र की ओर से 18 से 28 अक्टूबर तक देश की लोक कलाओं को समर्पित 11 दिवसीय लोकरंग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. भारत की मनोरम लोक संस्कृति के सौंदर्य से सराबोर करने वाले लोकरंग में राजस्थान समेत देश के विभिन्न क्षेत्रों के लोक कलाकार अपनी लोक कलाओं की प्रस्तुति देंगे. राष्ट्रीय लोक नृत्य समारोह के अंतर्गत जेकेके स्थित शिल्पग्राम के डूंगरपुर हट के मंच पर शाम 5 से 6:30 बजे और ओपन एयर थिएटर के मंच पर प्रतिदिन सायं 7 बजे से लोक कला से जुड़ी प्रस्तुतियां होगी. शहनाई-नगाड़ा वादन, बहुरूपिया, कठपुतली कला की प्रस्तुतियां दिन भर जारी रहेगी. वहीं शिल्पग्राम में राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला लगेगा. इसमें दस्तकारों की ओर से हस्तशिल्प उत्पादों की स्टॉल्स लगायी जाएगी, नृत्य व गायन प्रस्तुतियां देखने के साथ आगंतुक लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे.
कला, साहित्य, संस्कृति, पर्यटन एवं पुरातत्व विभाग के सचिव और जवाहर कला केन्द्र के महानिदेशक रवि जैन ने बताया कि लोकरंग महोत्सव लोक जगत में प्रचलित कलाओं को आमजन के सामने लाकर रखता है, इनमें से कई कलाएं ऐसी है जो विलुप्ति की कगार पर है, ऐसे में यह आयोजन कला प्रेमियों के लिए विशेष महत्व रखता है. राष्ट्रीय लोक नृत्य समारोह और राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले से स्थानीय लोक कलाकारों और दस्तकारों के हुनर को पहचान मिलती है और रोजगार के अवसर उपलब्ध होते हैं.
केन्द्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने कहा कि लोकरंग को लेकर कला अनुरागियों में लोकरंग को लेकर काफी उत्साह है. लोकरंग को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां जा रही है. केंद्र की ओर से प्रयास रहेगा कि आमजन बड़ी संख्या में हिस्सा लेकर इसे सफल बनाए. इस बार नयी विधाओं से आमजन को रूबरू करवाने का प्रयास रहेगा.
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