जयपुर न्यूज़ डेस्क, नवरात्रि का त्योहार पूरे देश में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है. नवरात्रि का त्योहार नौ दिनों तक चलने वाला त्योहार है. इस दौरान लोग मां शारदा की पूजा में लीन हो जाते हैं. हालांकि इसे दुर्गा पूजा को अलग-अलग जगहों अलग-अलग तरीके से सेलिब्रेट भी किया जाता है. नवरात्रि के दौरान मां के नौ रूपों की पूजा होती है जिसमें शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री माता का नाम शामिल है.नवरात्रि के नौ दिनों में हर दिन अलग-अलग रंग के कपड़े पहनने का भी रिवाज होता है. हालांकि किसी भी दिन कोई भी रंग पहन सकते हैं. लेकिन नवरात्रि के दौरान हर दिन अलग-अलग रंग निर्धारित है और हर रंग एक प्रतीक होता है. जो मां शारदा की पूजा का प्रतीक भी माना जाता है. चलिए आपको बताते हैं नवरात्रि के दौरान किस दिन आपको कौन से कपड़े पहनने चाहिए.
नवरात्रि में 10 दिन पहने अलग-अलग रंग के कपड़े
पहले दिन- नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है. इस दिन पिले (Yellow) रंग के कपड़े पहने जाते हैं. यह खुशी और प्रसन्नता का प्रतीक माना जाता है.
दूसरे दिन- दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है. इस दिन हरे (Green) रंग के कपड़े पहने जाते हैं. यह रंग आपके जीवन में खुशी का संदेश देता है.
तीसरे दिन- तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होती है. इस दिन ग्रे (Grey) रंग के कपड़े पहने जाते हैं. यह शक्ति और स्थिरता का प्रतीक होता है.
चौथे दिन- चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा होती है. इस दिन नारंगी (Orange) रंग के कपड़े पहने जाते हैं. यह सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है.
पांचवें दिन- पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा होती है. इस दिन सफेद (White) रंग के कपड़े पहने जाते हैं. यह शांति का प्रतीक होता है.
छठे दिन- छठे दिन यानी षष्ठी को मां कात्यायनी की पूजा होती है. इस दिन लाल (Red) रंग के कपड़े पहने जाते हैं. यह प्रेम का प्रतीक होता है.
सातवें दिन- सप्तमी को मां कालरात्रि की पूजा होती है. सातवें दिन रॉयल ब्लू (Royal Blue) रंग के कपड़े पहने जाते हैं. इससे अंतर्ज्ञान और संचार को बढ़ावा मिलता है.
आठवें दिन- अष्टमी को मां महागौरी की पूजा होती है. आठवें दिन गुलाबी (Pink) रंग के कपड़े पहने जाते हैं. यह सद्भाव और स्नेह का प्रतीक होता है.
नौवें दिन- नवमी को मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है. नौवें दिन बैंगनी (Purple) रंग के कपड़े पहने जाते हैं. यह आध्यात्मिकता का प्रतीक है.
जबकि दशहरा या विजयादशमी के दिन पीकॉक ग्रीन (Peacock Green) के कपड़े पहन सकते हैं. यह प्रचुरता और विविधता का प्रतीक माना जाता है.
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