बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, जल संसाधन विभाग ने एक बार फिर से माही की धरा पर मेहरबानी दिखाते हुए मुय अभियंता का पद बांसवाड़ा में सृजित कर दिया है। साथ ही 5 एसई के पद भी दिए हैं। इसके साथ ही बांसवाड़ा जिले से 2 संभाग डील किए जाएंगे। इसमें बांसवाड़ा और उदयपुर संभाग शामिल हैं।बांसवाड़ा जिला मुयालय से बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ के साथ ही उदयपुर, भीलवाड़ा, राजसमंद और चित्तौगढ़ जिले का जल संसाधन विभाग की कार्ययोजना यहीं से बन कर चलेगी। साथ ही माही विभाग पूरा का पूरा मुय अभियंता के अंतर्गत चला जाएगा। सहायक शासन सचिव कैलाश चंद मीणा ने 26 सितंबर को इसके आदेश जारी किए हैं।
इसके तहत बांसवाड़ा में मुय अभियंता का पद सृजित कर इसके अधीन बांसवाड़ा और उदयपुर संभाग किया है। इसके साथ ही अधीक्षण अभियंता का पद भी नव सृजित किया गया है। इसके अलावा अधीक्षण अभियंता का एक पद क्रमोन्न्त किया है जो कि फलोदा से तोड़ा गया है। इसके साथ ही बांसवाड़ा में 5 एसई को होंगे। इसमें से 2 मुय अभियंता के अधीन चले जाएंगे। गौरतलब है कि माही बजाज सागर परियोजना में 13 सितंबर 2009 से मुय अभियंता का पद खत्म कर दिया गया था। इसके बाद इसे उदयपुर कर दिया गया था। तब भी इसका जमकर विरोध हुआ था। केबिनेट मंत्री रहते हुए मैंने फाइल चलाई थी। इसके बाद भी मुयमंत्री और सिंचाई मंत्री से मांग करते रहे। कई बार जयपुर जाकर मिले। कारण इस पद के कारण समूचे संभाग के विकास का रास्ता बांसवाड़ा से ही निकलेगा। तब जाकर आज वित्त विभाग से सहमति मिलने के बाद इसके आदेश जारी हुए हैं।