शनिवार को महानवमी पर नवमी की पूजा के साथ ही अन्य कार्यक्रम होंगे। रविवार को महादशमी की पूजा अर्चना किया के बाद सुबह 10.30 बजे से सिंदूर उत्सव होगा। दोपहर में 2.30 बजे मूर्ति का निरंजन किया जाएगा।दुर्गाबाड़ी और जय क्लब में भी बुधवार को आनंदो मेले का आयोजन होगा।जयपुर जय दुर्गा वेलफेयर सोसायटी की ओर से सोमवार से वैशाली नगर स्थित बजरी मण्डी रोड पर सोमवार से दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत हुई। बंगाल से आए कारीगरों ने कमल सेनगुप्ता के निर्देशन में राजबाडी (जमींदार की देवी का घर) की तर्ज पर पांडाल तैयार किया है। उधर, नवरात्र की षष्टमी तिथि से शहर में दुर्गापूजा महोत्सव की शुरुआत होगी।
निर्माण समिति के अध्यक्ष आशीष मुखर्जी ने बताया कि आनंदो मेला के साथ पांच दिवसीय आयोजन की शुरुआत हुई। जयपुर में रह रहे पश्चिम बंगाल मूल के लोगों ने मां दुर्गा का आह्वान किया। पूजा-अर्चना कर विभिन्न पकवानों का भोग लगाया। मंगलवार को श्रेष्ठि पूजा में मां के बोधन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सप्तमी को पूजा के बाद शाम को कल्चरल शो होगा। महानवमी को कन्या पूजा के विभिन्न धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। दशहरे के दिन सिंदूर खेला के बाद मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। मुखर्जी ने बताया कि पांडाल के पास कोलकाता स्थित दक्षिणेश्वर काली मां मंदिर की तर्ज पर मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है।