Car Main Turbo Engine Ke Faayde: आजकल कार खरीदते समय लोग अक्सर अपनी पसंदीदा गाड़ी के इंजन ऑप्शन पर गौर फरमाते हैं। एक तो सामान्य इंजन होते हैं, जो कि नेचुपली एस्पिरेटेड होते हैं और दूसरा टर्बो इंजन होता है। सामान्य इंजन में इंजन के अंदर हवा प्राकृतिक रूप से खींची जाती है। जब आप एक्सेलेरेटर दबाते हैं, तो इंजन में एक वैक्यूम बनता है जो हवा को अंदर खींचता है। यह हवा फ्यूल के साथ मिलकर जलती है और इंजन को शक्ति प्रदान करती है। वहीं, टर्बो इंजन में इंजन के अंदर हवा को एक टर्बोचार्जर द्वारा दबाया जाता है। टर्बोचार्जर एक छोटा सा पंप होता है जो इंजन के निकास गैसों की ऊर्जा का उपयोग करके हवा को दबाता है। टर्बो इंडन में दबाए हुए हवा को इंजन में भेजा जाता है, जिससे इंजन में ज्यादा ऑक्सीजन जाती है। ज्यादा ऑक्सीजन होने से इंजन ज्यादा ईंधन जला सकता है और इससे ज्यादा पावर पैदा कर सकता है। यह तकनीक कार के इंजन की क्षमता को बढ़ाने में काफी मदद करती है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि टर्बो इंजन से लैस कार खरीदने के क्या-क्या फायदे होते हैं। ज्यादा पावर और टॉर्कटर्बोचार्जर इंजन नेचुरली एस्पिरेटेड इंजन के मुकाबले ज्यादा पावरफुल होता है और चूंकि इंजन में ज्यादा फ्यूल जलता है, जिसके ज्यादा पावर जेनरेट होती है। टर्बो चार्ज्ड इंजन कम इंजन स्पीड पर भी ज्यादा टॉर्क पैदा करता है। इसका मतलब है कि कार तेजी से स्पीड पकड़ती है और ओवरटेकिंग करना आसान हो जाता है। टर्बोचार्जर के कारण छोटे इंजन भी बड़े इंजन जैसा परफॉर्मेंस दे सकते हैं। इससे कार में ईंधन की खपत कम होती है। लंबी दूरी तय करने में मजेदारटर्बो इंजन कार को तेजी से ऐक्सेलेरेट करने में मदद करता है। यह लंबी दूरी की यात्राओं के लिए भी अच्छा होता है और साथ ही कारें ढलानों पर आसानी से चढ़ सकती हैं। टर्बोचार्जर के कारण इंजन का आकार छोटा हो जाता है और वजन कम होता है। इससे कार की हैंडलिंग और फ्यूल एफिसिएंसी में सुधार होता है। टर्बोचार्जर इंजन में फ्यूल को ज्यादा अच्छी तरह जलाता है, जिससे कार से निकलने वाले प्रदूषण में कमी आती है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि टर्बो इंजन वाली कारें ड्राइव करने में ज्यादा मजेदार होती हैं। साथ ही कारें सड़क पर बेहतर तरीके से चलती हैं। टर्बो इंजन वाली कारें ज्यादा महंगी आपने टर्बो इंजन के बारे में अच्छी बातें तो जान लीं, लेकिन कुछ ऐसी बातें भी हैं, जो इसके फेवर में नहीं रहती हैं। जिनमें प्रमुख है कि टर्बो इंजन वाली कारें सामान्य इंजन वाली कारों की तुलना में ज्यादा महंगी होती हैं। टर्बोचार्जर एक कॉम्प्लेक्स टेक्नॉलजी है और इसकी मरम्मत महंगी हो सकती है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि टर्बोचार्ज्ड इंजन से लैस कारों की डिमांड भारत में बढ़ रही है।
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