आईपीएल 2025 से पहले होगी मेगा नीलामी. इस बार की नीलामी में कुछ बदलावों के साथ राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड का भी इस्तेमाल किया जाएगा। लेकिन अब इस बदलाव पर विवाद हो गया है. मामला यहां तक पहुंच गया है कि कई टीमें इससे खुश नहीं हैं और उन्होंने इसकी शिकायत बीसीसीआई से भी की है. पहले टीमें उच्चतम बोली प्राप्त होने पर अपने पसंदीदा खिलाड़ी को बनाए रखने के लिए आरटीएम कार्ड का उपयोग करती थीं।
इस नियम पर विवाद
इस तरह वह आसानी से अपने पसंदीदा खिलाड़ी को अपनी टीम में शामिल कर सकती हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. ट्विस्ट यह है कि इस कार्ड के इस्तेमाल के बाद सबसे ज्यादा बोली लगाने वाली टीम को बोली बढ़ाने का दूसरा मौका भी दिया जाएगा। यह बोली इससे भी अधिक हो सकती है. ये वो बदलाव है जिसकी शिकायत कई टीमों ने बीसीसीआई से की है.
टीमें केवल प्रतिधारण नियमों पर ध्यान केंद्रित करेंगी
यह भी कहा गया है कि यह नई नीति नीलामी के जरिए कई बड़े खिलाड़ियों को लाने के बीसीसीआई के लक्ष्य के खिलाफ है. ऐसा भी प्रतीत होता है कि कोई भी फ्रेंचाइजी इस नियम के कारण आरटीएम कार्ड के बजाय रिटेंशन का उपयोग करना चाहेगी। आरटीएम कार्ड का भविष्य दिलचस्प और विवादास्पद दोनों है, जिससे फ्रेंचाइजी और क्रिकेट प्रशंसकों दोनों के बीच रुचि और बहस बढ़ेगी।
आरटीएम का उपयोग कितनी बार किया जा सकता है?
इस बार मेगा ऑक्शन में फ्रेंचाइजी को अधिकतम छह खिलाड़ियों को रिटेन करने का मौका मिलेगा, जिसमें राइट-टू-मैच कार्ड भी शामिल है। इसमें फ्रेंचाइजी के पास अधिकतम पांच कैप्ड और अधिकतम दो अनकैप्ड खिलाड़ियों को रिटेन करने का मौका होगा।
You may also like
पुणे में रात में दोस्त के साथ निकली गुजराती लड़की से गैंग रेप, पीड़िता मूल रूप से सूरत की रहने वाली
Mahindra Thar Roxx ने लोगों को बनाया दीवाना, एक घंटे में 1.5 लाख से ज्यादा बुकिंग
राजस्थान: तेंदुए के हमलों से ख़ौफ़ में उदयपुर का ये इलाक़ा, सेना-पुलिस के शार्पशूटर तैनात - ग्राउंड रिपोर्ट
“इज्जत वहीं देता है जिसकी अपनी होती है…” बाबर आजम के चक्कर में टीवी पर सलमान बट ने ले लिया पंगा; देखें वीडियो