वॉशिंगटन: नासा के वॉयजर 2 अंतरिक्ष यान को लेकर बड़ी खबर आई है। नासा टीम के मुताबिक इसकी ऊर्जा लगातार कम होती जा रही है। इस प्रयास में इसके एक विज्ञान उपकरण को बंद करने का फैसला लिया गया है। वर्तमान में यह अंतरिक्ष यान पृथ्वी से 20.9 अरब किलोमीटर की दूरी पर अंतरिक्ष में आगे बढ़ता जा रहा है। मिशन इंजीनियरों ने वॉयजर 2 के प्लाज्मा साइंस, या PLS एक्सपेरिमेंट बंद करने के लिए एक कमांड भेजा। इसका इस्तेमाल सौर हवाओं का निरीक्षण करने के लिए किया जाता था।26 सितंबर को डीप स्पेस नेटवर्क (DSN) का इस्तेमाल करके इसे बंद करने का सिग्नल भेजा गया। DSN विशाल रेडियो एंटीना की एक सीरीज है जो अंतरिक्ष के माध्यम से अरबों किलोमीटर तक जानकारी भेज सकता है। नासा ने कहा कि वॉयजर 2 तक संदेश पहुंचने में 19 घंटे लगे और वापसी का संकेत 19 घंटे बाद मिला। यह अंतरिक्ष यान बेहद पुराना है और इसका ऊर्जा भंडार लगातार कम हो रहा है। नासा को उम्मीद है कि वॉयजर 2 एक विज्ञान उपकरण के साथ 2030 के दशक तक काम करता रहेगा। वॉयजर की बैट्री हो रही खत्मअमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा को पिछले कुछ वर्षों में इसके विभिन्न विज्ञान उपकरणों को बंद करना पड़ा है। क्योंकि यह अंतरिक्ष यान 47 साल पुराना है। प्लूटोनियम से चलने वाली बैट्री की क्षमता लगातार कम हो रही है। वॉयजर-2 में तीन रेडियोआइसोटोप थर्मोइलेक्ट्रिक जनरेटर हैं, जो क्षयकारी प्लूटोनियम के उत्सर्जन से होने वाली गर्मी को बिजली बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। यही अंतरिक्ष यान के बाकी कंप्यूटर को चलाने में मदद करता है। जुड़वा हैं अंतरिक्ष यानवॉयजर-2 के अलावा वॉयजर-1 अंतरिक्ष यान भी है। दोनों जुड़वा हैं जो 16 दिनों के अंतर पर स्पेस में पहुंचे। नासा का कहना है कि एक-एक उकरण को बंद करना आदर्श नहीं है। स्पेस एजेंसी ने एक बयान में कहा, 'मिशन इंजीनियरों ने लंबे समय तक विज्ञान उपकरण को बंद करने से बचने का प्रयास किया है। क्योंकि कोई भी मानव निर्मित अंतरिक्ष यान इंटरस्टेलर अंतरिक्ष के बाहर तक नहीं गया है।' नासा ने कहा कि हेलियोस्फीयर से बाहर निकलने के बाद हाल के वर्षों में वॉयजर 2 ने सीमित डेटा इकट्ठा किया है।
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नासा ने बंद किया वॉयजर-2 का साइंस कंप्यूटर, इस वजह से लेना पड़ा मुश्किल फैसला, 20 अरब किलोमीटर दूर सिस्टम ऐसे किया बंद
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